किसी भी फिल्म को बनाने के लिए सबसे अहम चीज क्या होती है ? जाहिर सी बात है Script! जब तक फिल्म की स्क्रिप्ट नहीं होगी, फिल्म नहीं बनाई जा सकती । फिल्म के किरदारों के संवाद क्या होंगे, फिल्म की कहानी कैसे आगे बढ़ेगी, विभिन्न घटनाएं किस प्रकार एक दूसरे से जुड़ेंगी आदि सभी चीजें एक लिखित स्क्रिप्ट में अंकित होती हैं जिसे Screenplay भी कहा जाता है ।
स्क्रीनप्ले किसी भी फिल्म की लिखित स्क्रिप्ट होती है । इस स्क्रिप्ट को आप फिल्म का पूरा ब्लूप्रिंट कह सकते हैं जिसकी मदद से डायरेक्टर, एक्टर और सिनेमेटोग्राफर फिल्म को तैयार करते हैं । अगर आप विस्तारपूर्वक जानना चाहते हैं कि स्क्रीनप्ले क्या होता है और इसे कैसे लिखें, तो आर्टिकल अंत तक जरूर पढ़ें ।
What is Screenplay in Hindi
Screenplay को हिंदी में पटकथा कहते हैं जो किसी फिल्म का लिखित ब्लूप्रिंट होता है । इसमें किसी फिल्म के किरदारों द्वारा बोले गए संवाद, प्रदर्शित भावनाएं और फिल्म की सभी घटनाओं को अंकित किया जाता है । इसे एक निश्चित प्रारूप में लिखा जाता है जिसके लिए Screenplay Writer या Screenwriter की मदद ली जाती है ।
क्या आपने कभी Jab We Met फिल्म देखी है ? हां वही, शाहिद कपूर और करीना कपूर की । फिल्म के शुरुआत से लेकर अंत तक आपको ढेरों डायलॉग सुनने को मिलते हैं, और मिले भी क्यों न ? जब फिल्म में गीत का किरदार अजनबियों तक को अपनी पकाऊ कहानी सुनाने लगती है । गीत और आदित्य ट्रेन में मिलते हैं और फिर घटनाएं ऐसी घटती हैं कि दोनों एक दूसरे से प्यार कर बैठते हैं ।
लेकिन फिल्म को शूट करने से पहले सभी घटनाओं, किरदारों, भावनाओं और संवादों को लिखा जाता है जिसे Script या Screenplay कहते हैं । Jab We Met Movie के कौन कौन से किरदार होंगे, संवाद कैसे बोला जायेगा, कहानी की घटनाएं किस प्रकार घटेंगी आदि सबकुछ सबसे पहले लिखा गया । इसे ही हम Script या Screenplay कहते हैं । आप फिल्म की पूरी स्क्रिप्ट ilide पर पढ़ सकते हैं ।
Screenplay Format in Hindi
Screenplay या Script एक निश्चित प्रारूप में लिखा जाता है । इसे कहानियों, उपन्यासों या कविताओं की तरह नहीं लिखा जा सकता है क्योंकि इससे Film Makers को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा और संवादों व दृश्यों में अंतर करने में कठिनाई आएगी । Screenplay Format कुछ इस प्रकार होता है:
- Scene Heading
- Action lines
- Character names
- Dialogue
- Parenthetical(s)
Parentheticals यानि कोष्ठक होता है जिसकी मदद से किरदारों की भावनाओं या फिल्म के दृश्यों को दर्शाने का कार्य किया जाता है । आप Jab We Met Movie Screenplay का एक उदाहरण नीचे दिए स्क्रीनशॉट में देख सकते हैं ।
आप ऊपर दिए Movie Screenplay में साफ साफ देख पा रहे होंगे कि जब वी मेट फिल्म के शुरुआती दृश्यों को लिखित रूप में अंकित किया गया है । गीत और कुली के बीच हुए संवादों को स्क्रिप्ट में साफ साफ लिखा गया है ।
साथ ही उनकी भावनाएं कैसी होंगी, इनके द्वारा किए गए सभी क्रियाकलाप, घटनाएं आदि भी आप ऊपर दिए स्क्रिप्ट में लिखा हुआ पढ़ सकते हैं । फिल्मों में Screenplay बिल्कुल इसी फॉर्मेट में तैयार किया जाता है ।
Elements of Screenplay in Hindi
एक Screenplay के विभिन्न तत्व होते हैं जिनका ध्यान रखना आवश्यक है । इन तत्वों को मिलाकर ही फिल्म की कहानी पूरी होती है और फिल्म को नए आयाम मिलते हैं । चलिए संक्षेप में सभी Elements Of Screenplay को समझते हैं ।
1. Scene Heading
Scene Heading को Screenplay में किसी सीन की जानकारी देने के लिए जोड़ा जाता है । अगर सीन घर के अंदर या अंदरूनी जगहों पर फिल्माया जाएगा तो इसे INT. कहेंगे तो वहीं अगर सीन बाहर फिल्माया जाएगा तो इसे EXT. लिखा जाता है । ठीक उसी प्रकार किसी दृश्य को फिल्माए जाने वाले जगह की जानकारी भी Scene Heading में दी जाती है । उदाहरण के तौर पर EXT. Water Park – Swing – Night ।
अगर ऐसा लिखा जाता है तो इसका अर्थ होगा कि सीन/दृश्य को किसी वाटर पार्क में झूले के पास रात के वक्त फिल्माया जाना चाहिए । उदाहरण के तौर पर आप Jab We M Screenplay का उदाहरण नीचे देख सकते हैं जिसमें Night, Int/Exteriors Train, Small Station Platform लिखा हुआ है । इसका अर्थ यह हुआ कि फिल्म के इस सीन को रात के वक्त ट्रेन के अंदर/बाहर एक छोटे से स्टेशन प्लेटफार्म पर फिल्माया जाना चाहिए ।
2. Subheading
Screenwriter स्क्रिप्ट लिखते समय अक्सर Subheading का इस्तेमाल करते हैं । इसका इस्तेमाल पटकथा लेखक Location/Time Change के लिए करते हैं । इसकी मदद से लेखक बार बार एक ही जानकारी प्रदान करने से बचने के लिए करते हैं । जब एक ही दृश्य/समय/स्थान में थोड़ा बहुत बदलाव आता है तब इसका इस्तेमाल किया जाता है । इसका एक उदाहरण:
ऊपर Kahaani Movie Screenplay दिया गया है जिसमें आप Subheading का उदाहरण देख सकते हैं । इसमें EXT. NSCB Airport – Afternoon को Scene Heading कहा जायेगा लेकिन इसके ठीक नीचे Car Park Area दिया गया है । इसका अर्थ यह है कि कार पार्क एरिया NSBC Airport के ही आसपास या इसके अंदर है । इस तरह लेखक दोबारा वही जानकारी देने से बच सकता है ।
3. Transitions
Screenplay में Transitions का इस्तेमाल न के बराबर ही किया जाता है । इसे पेज के Bottom Right में लिखा जाता है जिससे Cinematographers और Actors को मदद मिलती है । हालांकि इसका इस्तेमाल अब स्क्रिप्ट लिखने में कम ही किया जाता है । ज्यादातर Cut To और Fade Out का इस्तेमाल किया जाता है । इसका एक उदाहरण आप नीचे देख सकते हैं:
इनका इस्तेमाल अब काफी कम ही होता है । Transitions का इस्तेमाल इसलिए किया जाता है ताकि Camera Shots से बचा जा सके । इसकी मदद से दो अलग अलग सीन को जोड़ा या अलग किया जाता है । Fade in, Dissolve To, Match Out, Smash Cut, Flashback जैसे Transitions का इस्तेमाल किया जाता है ।
4. Character Introductions
Screenplay के फॉर्मेट में अगला महत्वपूर्ण तत्व Character Introductions है । नाम से ही आप समझ सकते हैं कि इसका इस्तेमाल कहानी/फिल्म के किरदारों का परिचय कराने के लिए किया जाता है । आपको बस इस बात का ध्यान रखना है कि आप जब भी किरदारों का फिल्म में जिक्र करें या उनका परिचय कराएं तो उनके नाम Capital Letters में लिखें ।
इसके अलावा, आप चाहें तो उनका नाम Bold Letters में भी लिख सकते हैं । इसके साथ ही उन किरदारों के उम्र और चरित्र की अगर आप थोड़ी बहुत जानकारी दे दें तो ज्यादा बेहतर होगा ।
5. Action
Screen में Action उन जगहों पर जोड़ा जाता है जहां फिल्म के किरदारों या अन्य तत्वों द्वारा कोई हरकत/क्रियाकलाप की जा रही हो । यह Verbal या Non Verbal दोनों हो सकता है । आमतौर पर Action को Third Person में Present Tense में लिखा जाता है । इसका उदाहरण आप नीचे देख सकते हैं:
ऊपर Jab We Met Screenplay का उदाहरण देख सकते हैं जिसमें आदित्य के किरदार द्वारा किए गए Actions को अंकित किया गया है । आप देख सकते हैं कि इन्हें Third Person और Present Tense में लिखा गया है । अगर आप पटकथा लिखने जा रहे हैं तो इस बात का ध्यान अवश्य रखें ।
6. Dialogue
किसी भी फिल्म में Dialogue सबसे जरूरी होता है, जो न सिर्फ कहानी को दिशा देता है बल्कि किरदारों का चरित्र चित्रण भी करता है । Screenplay में संवाद लिखने से पहले किरदार का नाम और हाव भाव जरूर लिखना चाहिए । इससे अभिनेता/अभिनेत्री को भी दिए गए संवाद के साथ ही भाव प्रदर्शित करने में आसानी होती है । इसका एक उदाहरण नीचे आप देख सकते हैं:
अगर आप विस्तार से जानना चाहते हैं कि डायलॉग कैसे लिखें और बॉलीवुड फिल्मों के कुछ सबसे बेहतरीन हिंदी डायलॉग तो नीचे दिए आर्टिकल जरूर पढ़ें ।
7. Parenthetical(s) और Extensions
Screenplay में कहानी के हिसाब से Extensions का इस्तेमाल भी किया जाता है । इसे हिंदी में कोष्ठक कहते हैं जिसका इस्तेमाल Voice Over या Off Screen Dialogues के लिए किया जाता है । इसका एक उदाहरण आप नीचे स्क्रीनशॉट में देख सकते हैं:
इसके अलावा पटकथा में Parenthetical(s) का भी इस्तेमाल किया जाता है । इसका इस्तेमाल किरदारों के Mood Changes और Actions को दिखाने के लिए किया जाता है । हालांकि इसका इस्तेमाल संभल कर किया जाना चाहिए । खासकर कि Professional Actors के लिए इसका इस्तेमाल न के बराबर ही किया जाना चाहिए क्योंकि वह इसे अपनी बेइज्जती के तौर पर देख सकते हैं ।
Best Screenplay Writing Softwares
पहले के समय में Typewriter की मदद से Screenplay यानि पटकथा लिखे जाते थे । लेकिन समय के साथ पूरे विश्व में डिजिटलीकरण का प्रचार प्रसार हुआ और अब Online Screenwriting Softwares का इस्तेमाल किया जाने लगा । नीचे कुछ Best Screenplay Writing Softwares दिए गए हैं:
आपको Recommend किया जाता है कि Studio Binder का इस्तेमाल एकबार अवश्य करके देखें । यह सबसे बढ़िया और प्रोफेशनल Screenplay Software है जिसकी मदद से आप अपनी कहानी का ब्लूप्रिंट आसानी से तैयार कर सकते हैं । आप इसकी Pricing चेक कर सकते हैं ।
Screenplay लिखना कैसे सीखें ?
अगर आप Screenplay Writing सीखना चाहते हैं तो इंटरनेट पर कई Free Courses मौजूद हैं । इसके अलावा आप Film School में एडमिशन ले सकते हैं जहां आपको फिल्म बनाने से लेकर डिस्ट्रीब्यूट करने तक की पूरी जानकारी प्रदान की जाती है ।
आप YouTube की मदद से अगर स्क्रीनप्ले लिखना सीखना चाहते हैं तो नीचे दिए विडियोज देख सकते हैं:
ये सभी Playlist और Videos आपको यूट्यूब पर आसानी से मिल जायेंगे । इसके अलावा आप यूट्यूब पर Studio Binder और Film Courage चैनल खोजकर इन्हें सब्सक्राइब जरूर करें ।
Conclusion
Screenplay को हिंदी में पटकथा कहते हैं जो फिल्म का लिखित ब्लूप्रिंट होता है । स्क्रीनप्ले के हिसाब से ही फिल्म की कहानी आगे बढ़ती है और बिना इसके कहानी का कोई अस्तित्व नहीं होता है । अगर आप पटकथा लिखना चाहते हैं तो आपको सुझाव दिया जाता है कि इसका एक कोर्स जरूर करें ।
भले ही आप YouTube पर वीडियो बनाने जा रहे हों या कोई Short Film, पटकथा लेखन का कोर्स आपको काफी फायदा देगा । अगर आप स्क्रीनप्ले लिखना चाहते हैं तो Studio Binder की मदद अवश्य लें और साथ ही इन्हें सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर फॉलो भी करें ।
हमें उम्मीद है कि आपको ऊपर दी गई जानकारी पसंद आई होगी । अगर आपके मन में आर्टिकल से सम्बन्धित कोई भी प्रश्न है या आप अपनी राय/विचार व्यक्त करना चाहते हैं तो कॉमेंट बॉक्स में आपका स्वागत है । आर्टिकल पसंद आया हो तो इसे शेयर अवश्य करें ।
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