आपको क्या लगता है कि क्या भगवान होते हैं ? क्या आप भगवान के अस्तित्व को स्वीकारते हैं ? आप सोच रहे होंगे कि अचानक से Life of Pi Movie Review में ऐसे प्रश्न क्यों पूछे जा रहे हैं । तो असल बात यह है कि फिल्म की पूरी थीम ही Spirituality और Religion पर आधारित है । प्रश्न कहीं से भी आस्तिक और नास्तिक सोच रखने वाले लोगों पर प्रहार नहीं करती ।
बल्कि उन्हें अद्वितीय शक्ति को देखने और जीवन जीने का एक नजरिया देती है । Storytelling का एक बढ़िया सा उदाहरण देखना हो तो आपको यह फिल्म एक बार जरूर देखनी चाहिए । फिल्म की कहानी का हर हिस्सा कहीं न कहीं अपने Narrative को साधते हुए आगे बढ़ता है लेकिन अंत आपको सुलझाने के बजाय प्रश्नों के ढेर पर ला खड़ा कर देता है ।
Life of Pi उन चुनिंदा फिल्मों में से है जिनमें दर्शकों पर जबरदस्ती पुराग्रहों को लादा नहीं गया है या किसी विचार को थोपने की कोशिश नहीं की गई है । बल्कि लाइफ ऑफ पाई का अंत खुद दर्शकों से कई प्रश्न पूछता है जिसपर विचार अगर आप करें तो आपको आस्तिक और नास्तिक का पूरा कांसेप्ट ही समझ आ जायेगा ।
Life of Pi (2012)
Life of Pi एक Adventure-drama Film है जिसे Ang Lee ने डायरेक्ट किया है । लाइफ ऑफ पाई भारत में 23 November 2012 को रिलीज की गई थी । इसका रनिंग टाइम 2 घंटे 7 मिनट है और IMDb पर फिल्म को 7.9/10 की स्टार रेटिंग मिली है । फिल्म को कुल 11 ऑस्कर अवॉर्ड के लिए नॉमिनेट किया गया था जिसमें से उसे 4 ऑस्कर प्राप्त हुए ।
Box Office पर भी फिल्म काफी हिट हुई थी । फिल्म का बजट मात्र $12 crores था लेकिन बॉक्स ऑफिस पर फिल्म ने $60.9 crores की कमाई की थी यानि लगभग 5 गुना ज्यादा । यह फिल्म Yann Martel द्वारा लिखी गई Life of Pi पर आधारित है जो एक Canadian Philosophical Novel था । फिल्म के कुछ जरूरी details:
Title | Description |
---|---|
Film | Life of Pi |
Director | Ang Lee |
Release Date | 23 नवंबर, 2012 |
Running Time | 2 घंटे 7 मिनट |
Screenplay | Yann Martel |
Cinematography | Claudio Miranda |
Awards | 4 Oscars |
Life of Pi Story in Hindi
Life of Pi Story की कहानी के दो अलग अलग मायने हैं हालांकि हम आपको वही कहानी बताएंगे जिन्हें खुद Pi ने Narrate किया था । तो कहानी कुछ यूं शुरू होती है कि एक परिवार है जिसमें पति पत्नी और बेटे हैं । पति संतोष और पत्नी गीता पटेल अपने चिड़ियाघर को बेचने की योजना बनाते हैं क्योंकि भारत में आपातकाल की घोषणा की गई थी और इसकी वजह से इनपर भारी आर्थिक संकट आने वाला था ।
इसलिए वे अपने बच्चों और चिड़ियाघर के जानवरों के साथ पानी वाले जहाज पर सवार हो जाते हैं । लेकिन समुद्र की सवारी करते समय एक तेज तूफान आता है जिसकी वजह से पूरी जहाज डूब जाती है । इसमें सिर्फ और सिर्फ Pi ही बच पाता है । जैसे तैसे वह एक लाइफबोट में सवार होकर अपनी जान बचाता है और बीच समुंद्र में फंस जाता है । लेकिन जल्द ही उसे पता चलता है कि नाव पर वह अकेला नहीं है बल्कि एक Bengal Tiger भी है ।
यह शेर चिड़ियाघर से किसी प्रकार भागने में कामयाब रहा और लाइफबोट पर सवार हो गया है । अब Pi के सामने शेर के हमले से बचने और साथ ही समुंद्र में जीवित रहने की भी चुनौती है । क्या वह इस चुनौती से निपट पाएगा ? जानने के लिए फिल्म आपको एक बार जरूर देखनी चाहिए ।
Life of Pi Review in Hindi
Life of Pi की शायद कहानी और नैरेटिव आपको पसंद न आए लेकिन इसे दर्शकों के समाने प्रेजेंट करना का जो तरीका है, वह वाकई लाजवाब है । जहां तक बात रही फिल्म के प्लॉट की तो काफी mixed reviews देखने को मिले हैं । लेकिन हमारा मानना है कि डायरेक्टर Ang Lee ने नास्तिक और आस्तिक होने के प्रश्नचिन्ह का उत्तर अपने नजरिए से देने की कोशिश की है और वे इसमें सफल भी रहे हैं ।
फिल्म के visual elements फिल्म के सच्ची भावनाओं से दर्शकों को जोड़ने का काम करते हैं जो वाकई काबिले तारीफ है । लेकिन फिल्म का Plot कुछ जगहों पर खींचा सा है और थोड़ा उबाऊ भी लेकिन visually appealing है । फिल्म का 1st half सही गति से आगे बढ़ता है लेकिन इसका 2nd half काफी धीमा है । ऐसा लगता है जैसे एक ही दृश्य या संदेश को बार बार दोहराया जा रहा हो ।
हालांकि फिल्म के बाकी सभी हिस्से ठीक ठाक गति से चलते हैं और लगातार एक रोमांच बनाए रखते हैं । खासकर कि Pi और Richard के बीच धीरे धीरे बढ़ते विश्वास को बड़ी ही खूबसूरती से कैद किया गया है । फिल्म में बेहतरीन VFX (CGI) का इस्तेमाल किया गया है और Visually appealing बनाने के लिए उचित Color Scheme का इस्तेमाल किया गया है । इसमें Cinematographer Claudio Miranda की भी तारीफ करनी होगी जिन्होंने Life of Pi की storytelling को कैमरे की मदद से ज्यादा खूबसूरत बनाया है ।
Suraj Sharma और Irrfan Khan की एक्टिंग वाकई लाजवाब है । इरफान खान ने फिल्म में Narrator की भूमिका निभाई है और उनके द्वारा कहानी को कहने का अंदाज आपको काफी पसंद आयेगा । Visually भी वे हमेशा की तरह काफी प्रभावित करते हैं । फिल्म में Adil और Tabu ने भी अपने किरदारों के साथ न्याय किया है । फिल्म में आपको लगभग न के बराबर साउंड देखने को मिलता है और देखा जाए तो निर्देशक का यह निर्णय सर्वोचित था ।
फिल्म में थोड़ी बहुत कमियां सिर्फ Plot और Editing में ही दिखाई पड़ती हैं । फिल्म के कई हिस्सों को छोटा किया जा सकता था । इसमें कोई भी शक नहीं है कि फिल्म Visually कमाल करती है और बेहतरीन visual effects का इस्तेमाल किया गया है लेकिन यह emotionally appealing नहीं है । फिल्म की शुरुआत से लेकर अंत तक आप कहीं भी कहानी या किरदारों के साथ emotional connection नहीं बना पाएंगे । Opcritic की तरफ से Life of Pi Rating:
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Life of Pi Life Lessons in Hindi
Life of Pi फिल्म में ढेरों जीवन मूल्य और संदेश छुपे हुए हैं जिन्हें आप अपने जीवन में अपना सकते हैं । चलिए एक नजर डालते हैं लाइफ ऑफ पाई फिल्म के सीख पर:
1. परिस्थितियां हमेशा हमारे अनुकूल नहीं होती हैं इसलिए हर परिस्थिति का डट कर सामना करना चाहिए । चाहे कुछ भी हो जाए, हमें हार नहीं माननी चाहिए ।
2. यदि आप हर चीज में विश्वास करते हैं, तो आप अंत में किसी भी चीज पर विश्वास नहीं करेंगे ।
3. बढ़िया Storytelling जीवन के हर पड़ाव में जरूरी होती है । दर्शकों या श्रोताओं को बांधने की कला होना एक वरदान है ।
4. Comfort Zone में हम कभी भी विकसित नहीं हो सकते । जबतक आप safe और comfort zone में रहेंगे, आपको real life problems न समझ आएंगी और न ही आप उनसे जूझ सकेंगे ।
5. आप भगवान में विश्वास करें या न करे, यह पूरी तरह से आपका फैसला है लेकिन विश्वास की शक्ति बड़े से बड़े बाधाओं को पार करने के लिए जरूरी होती है ।
Life of Pi Dialogues in Hindi
Life of Pi में कुछ बढ़िया डायलॉग भी हैं जो आपको न सिर्फ प्रेरित करते हैं बल्कि आपके मन की दुविधाओं को भी दूर करते हैं । चलिए एक नजर डालते हैं लाइफ ऑफ पाई फिल्म डायलॉग पर:
अंत में पूरी जिंदगी जाने देने का ही नाम है । लेकिन जो चीज हमें सबसे ज्यादा दर्द देती है वो ये कि अलविदा कहने में एक पल भी नहीं लगता ।
पाई पटेल, लाइफ ऑफ पाई
जब ऐसा लगा कि भगवान ने मुझे छोड़ दिया है, तब भी वे देख रहे थे । जब ऐसा लग रहा था कि उन्हें मेरी तकलीफों से कोई मतलब नहीं है, तब भी वह देख रहे थे ।
पाई पटेल, लाइफ ऑफ पाई
संदेह उपयोगी है, यह विश्वास को जीवित रखता है । आखिरकार, आप अपने विश्वास की ताकत को तब तक नहीं जान सकते जब तक कि उसकी परीक्षा न हो जाए ।
Pai Patel, Life of Pi
जब आपके अपने जीवन को खतरा होता है, तो आपकी सहानुभूति की भावना जीवित रहने के लिए एक स्वार्थी हो जाती है । आप जीवित रहने के लिए सहानुभूति को कचरे के डिब्बे में डाल देते हैं ।
पाई पटेल, लाइफ ऑफ पाई
भूख सब कुछ बदल सकती है, यहां तक कि आपकी खुद के बारे में सोच को भी !
Pai Patel, Life of Pi
FAQs
Life of Pi से जुड़े अक्सर कई प्रश्न पूछे जाते हैं । हमने उन सभी प्रश्नों को एकत्रित किया है और उनका उत्तर नीचे दिया है । आप जिस प्रश्न का उत्तर चाहते हैं, उस प्रश्न पर क्लिक करके उत्तर पढ़ सकते हैं । अगर आप किसी फिल्म की हिंदी समीक्षा पढ़ना चाहते हैं तो कॉमेंट में उस फिल्म का नाम ड्रॉप करें ।
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Is Life of Dubbed in Hindi ?
जी हां, लाइफ ऑफ पाई ऑफिशियली हिंदी डब्ड मौजूद है जिसे आप देख सकते हैं । फिल्म आपको Hotstar सहित अन्य प्लेटफार्म पर हिंदी डब्ड मिल जायेगी ।
लाइफ ऑफ पाई में कौन मरता है ?
लाइफ ऑफ पाई में पाई के माता पिता और भाई की मृत्यु हो जाती है । हालांकि वह जिंदा बच जाता है । लाइफबोट पर भी बंगाल टाइगर की वजह से उसके जान को खतरा होता है लेकिन अंत में टाइगर और पाई दोनों बच जाते हैं ।
लाइफ ऑफ पाई उपन्यास के लेखक कौन हैं ?
लाइफ ऑफ पाई उपन्यास के लेखक Yann Martel हैं । उन्होंने सबसे पहले Life of Pi पुस्तक लिखी थी और फिर बाद में वे फिल्म के लिए भी स्क्रीनप्ले तैयार करते हैं ।
Life of Movie Download Hindi Dubbed कैसे करें ?
Life of Pi Movie Downlaod Hindi Dubbed के लिए आपको पायरेटेड साइट की मदद बिल्कुल नहीं लेनी चाहिए । इसके बजाय आपको फिल्म Hotstar पर हिंदी भाषा में मिल जायेगी जिसे आप देख सकते हैं ।
लाइफ ऑफ पाई की सेटिंग क्या है ?
लाइफ ऑफ पाई फिल्म की सेटिंग में सबसे पहले हम पांडिचेरी चिड़ियाघर देखते हैं । इसके बाद Pacific Ocean में लाइफबोट पर जीवित रहना, एक ऐसा द्वीप जो मांसाहारी है, मैक्सिको जहां पाई को बचाया गया और अंत में आता है कनाडा जहां पाई पटेल अपने नए जीवन की शुरुआत करता है और अंतिम दिनों को व्यतीत करता है ।